
संभावित कारण (Skin Darkening ke Karan):
1. धूप (Sun exposure) – ज्यादा धूप में रहना मेलानिन की मात्रा बढ़ाता है।
2. हार्मोनल बदलाव – थायरॉइड, पीसीओडी, गर्भावस्था आदि।
3. लिवर की समस्या
4. एड्रिनल डिसऑर्डर – जैसे Addison's disease
5. ड्रग रिएक्शन – कुछ दवाएं त्वचा को गहरा कर देती हैं (जैसे phenytoin, amiodarone)।
6. पोषण की कमी – जैसे विटामिन B12 की कमी
7. हर्बल या कॉस्मेटिक क्रीम का गलत प्रयोग
करने योग्य जांच (Lab Test):
1. CBC – शरीर की सामान्य स्थिति जानने के लिए
2. LFT (Liver Function Test) – लीवर की स्थिति देखने के लिए
3. TSH, T3, T4 – थायरॉइड की जांच के लिए
4. Vitamin B12 level
5. Serum cortisol (सुबह के समय) – एड्रिनल ग्लैंड की स्थिति
6. Blood sugar (Fasting & PP) – डायबिटीज़ से त्वचा प्रभावित हो सकती है
सावधानियाँ (Dhyan Dene Wali Baatein):
धूप से बचें, सनस्क्रीन (SPF 30+) लगाएं
नींबू, एलोवेरा, हल्दी आदि का सीमित और सावधानी से उपयोग करें
कॉस्मेटिक्स या फेयरनेस क्रीम का अंधाधुंध उपयोग न करें
पानी अधिक पिएं, पौष्टिक आहार लें
होम्योपैथिक दवाएं (Homoeopathic Medicines):
(दवाएं व्यक्ति विशेष के लक्षणों पर निर्भर होती हैं, फिर भी कुछ सामान्य उपयोगी दवाएं:)
1. Sepia 200 – खासकर महिलाओं में हार्मोनल कारणों से त्वचा काली होने पर
2. Sulphur 200 – त्वचा पर पिग्मेंटेशन, खुजली या जलन के साथ
3. Natrum Mur 6X/200 – धूप से त्वचा गहरी होने पर
4. Thuja Occ 200 – कॉस्मेटिक या केमिकल के कारण त्वचा प्रभावित हो
5. Berberis Aquifolium Q – स्किन को साफ़ और ग्लोइंग बनाने में सहायक (5-10 बूंद पानी में मिलाकर दिन में दो बार)
ध्यान दें:
होम्योपैथी में "सेल्फ-मैडिकेशन" से बचें। किसी अच्छे होम्योपैथिक डॉक्टर से लक्षणों के आधार पर individualized दवा लेना बेहतर होता है। @Homoeopathytoday |