हाइड्रोसील और वैरिकोसील: कारण, लक्षण, बचाव और होम्योपैथिक उपचार
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परिचय
हाइड्रोसील और वैरिकोसील पुरुषों में पाए जाने वाले रोग हैं, जिनमें अंडकोष में सूजन आ जाती है.
हाइड्रोसील
हाइड्रोसील पुरुषों को होने वाली बीमारी है। इस रोग की वजह से अंडकोष में पानी भर जाने के कारण उनका आकार बढ़ जाता है1. यह रोग जन्म के साथ ही आ सकता है या उम्र के किसी भी समय में हो सकता है.
वैरिकोसील
वैरिकोसील टेस्टिकल (अंडकोष) और स्क्रॉटम (अंडकोष की थैली) की सूजी हुई नसों को कहते हैं. इसका बुरा प्रभाव पुरुषों के प्रजनन पर भी पड़ता है. यह रोग 15 से 35 वर्ष के लोगों में अधिक होता है.
लक्षण
हाइड्रोसील और वैरिकोसील के लक्षणों को पहचानना मुश्किल होता है. इनमें से कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं:
- अंडकोष का आकार बढ़ना
- अंडकोष में दर्द
- अंडकोष में सूजन
बचाव
इन रोगों से बचने के लिए, आपको नियमित रूप से अपने शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए. अगर आपको अपने अंडकोष में कोई असामान्यता या सूजन महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
होम्योपैथिक उपचार
हाइड्रोसील और वैरिकोसील के लिए होम्योपैथिक उपचार उपलब्ध हैं, जो इन रोगों के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं. हालांकि, किसी भी उपचार को शुरू करने से पहले, आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
हाइड्रोसील के कारण, लक्षण और होम्योपैथिक उपचार
हाइड्रोसील पुरुषों में होने वाली एक बीमारी है। इससे पीड़ित पुरुष के अंडकोष में पानी जमा हो जाता है जिसके कारण अंडकोष का आकार बढ़ जाता है तथा उसमें भारीपन आ जाता है. हाइड्रोसील के कारण अंडकोष में सूजन और दर्द भी होता है.
हाइड्रोसील के कारण
- अनुवांशिकी कारण
- इनगुइनल हर्निया
- अंडकोष के आस पास अधिक तरल पदार्थ का निर्माण1
- अंडकोष में चोट
- अंडकोष में संक्रमण
हाइड्रोसील के लक्षण
- अंडकोष में एक या दोनों तरफ भारीपन
- अंडकोष में सूजन
हाइड्रोसील की होम्योपैथिक दवा
हाइड्रोसील के उपचार के लिए आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले होम्योपैथिक दवा
- अर्निका
- बेर्बिस वल्गेरिस
- क्लेमाटिस इरेक्टा
- कोनियम मैकुलम
वैरिकोसील के होम्योपैथिक उपचार
वैरिकोसील के लिए होम्योपैथिक उपचार में लाइकोपोडियम, रूटा, कैल्केरिया कार्ब, औरम मेट और हमामेलिस शामिल हैं.
वैरिकोसील के बारे में और जानकारी
वैरिकोसील अंडकोष की थैली के अन्दर की नसों से सम्बंधित एक बीमारी है, जिसमें अंडकोष (scrotum) के भीतर नसों में विस्तार होता है1. यह वैरिकाज़ नसों के समान ही होता है1. वैरिकोसील की समस्या शुक्राणु उत्पादन और शुक्राणु की गुणवत्ता में कमी का कारण बन सकती है1. सभी वैरिकोसील की स्थितियों में शुक्राणु उत्पादन क्षमता प्रभावित नहीं होती है . हालांकि, यह स्थिति अंडकोष की थैली के सिकुड़ने का कारण भी बन सकती है.
वैरिकोसील की समस्या वैरिकाज़ नसों के समान है, लेकिन यह स्थिति पुरुषों के वृषण क्षेत्र (testicular area) को प्रभावित करती है1. आमतौर पर 15 से 25 वर्ष की आयु के बीच के 15 प्रतिशत पुरुषों को प्रभावित करती है1. इसके सटीक कारण अज्ञात है1. वैरिकोसील आमतौर पर गंभीर नहीं होता है, लेकिन कुछ जटिलताओं का कारण बन सकता है.
वैरिकोसील की समस्या शुक्राणु उत्पादन और शुक्राणु की गुणवत्ता में कमी का कारण बन सकती है1. सभी वैरिकोसील की स्थितियों में शुक्राणु उत्पादन क्षमता प्रभावित नहीं होती है1. हालांकि, यह स्थिति अंडकोष की थैली के सिकुड़ने का कारण भी बन सकती है.
वैरिकोसील की समस्या वैरिकाज़ नसों के समान है, लेकिन यह स्थिति पुरुषों के वृषण क्षेत्र (testicular area) को प्रभावित करती है1. आमतौर पर 15 से 25 वर्ष की आयु के बीच के 15 प्रतिशत पुरुषों को प्रभावित करती है1. इसके सटीक कारण अज्ञात है. वैरिकोसील आमतौर पर गंभीर नहीं होता है, लेकिन कुछ जटिलताओं का कारण बन सकता है.
वैरिकोसील के लिए होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग किया जा सकता है.
- Calcarea Fluor
- Pulsatilla
- Arnica
- Lycopodium
- Ruta
- Aurum Met
यह दवाएं विभिन्न लक्षणों और विशेषताओं के आधार पर चुनी जाती हैं, इसलिए इनका उपयोग करने से पहले एक होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श करना महत्वपूर्ण होता है.
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