टेस्टोस्टेरोन /एस्ट्रोजन हार्मोन क्या है, कार्य, कमी और बढ़ाने के तरीके-डॉ रजनीश जैन

19-07-24
Dr Rajneesh Jain
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टेस्टोस्टेरोन /एस्ट्रोजन हार्मोन

टेस्टोस्टेरोन /एस्ट्रोजन हार्मोन क्या है, कार्य, कमी और बढ़ाने के तरीके-डॉ रजनीश जैन

टेस्टोस्टेरोन एक मेल सेक्स हार्मोन है, जो अंडकोष (testicles) में बनता है। यह हार्मोन पुरुषों के यौन विकास और कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होता है।एस्ट्रोज़न, महिलाओं के शारीरिक और यौन विकास में महत्वपूर्ण होने वाला हार्मोन है। इस लेख में टेस्टोस्टेरोन /एस्ट्रोज़न के कार्य, बढ़ाने के तरीके, इसकी कमी से होने वाली समस्याओं के साथ साथ कुछ घरेलू उपचार के बारे में भी चर्चा की गई है।

टेस्टोस्टेरोन की कमी के बारे 

टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) एक महत्वपूर्ण हार्मोन है, जो पुरुषों के यौन अंगों के विकास में भी मदद करता है। यह शुक्राणु (स्पर्म) उत्पादन के साथ-साथ आदमी की सेक्स ड्राइव को भी उत्तेजित करता है। इसके अलावा, यह मांसपेशियों और हड्डियों के निर्माण में भी मदद करता है।

टेस्टोस्टेरोन की कमी आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ होती है, लेकिन कुछ अन्य स्थितियों में भी यौवन अवस्था के दौरान टेस्टोस्टेरोन लेवल सामान्य से बहुत कम हो सकता है।

टेस्टोस्टेरोन की कमी के कुछ लक्षण:

सेक्स की इच्छा में कमी: यौन इच्छा में कमी टेस्टोस्टेरोन की कमी के एक लक्षण हो सकती है।
चिड़चिड़ाहट: असंतुलित हार्मोन्स के कारण आप चिड़चिड़े महसूस कर सकते हैं।
इरेक्शन (स्तम्भन) में समस्या: टेस्टोस्टेरोन की कमी से इरेक्शन में दिक्कत हो सकती है।

कम टेस्टोस्टेरोन के मुद्दे को समझने में मदद करने के लिए मैं आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दूंगा।

1. टेस्टोस्टेरोन क्या है?

टेस्टोस्टेरोन एक पुरुष हार्मोन है जो शुक्राणु उत्पादन के साथ-साथ आदमी की सेक्स ड्राइव को भी उत्तेजित करता है। यह मांसपेशियों के विकास में भी मदद करता है।टेस्टोस्टेरोन का स्तर उम्र के साथ नैतिक रूप से कम हो सकता है।


2. कम टेस्टोस्टेरोन के लक्षण (Symptoms of Low Testosterone):

  • यौन इच्छा में कमी
  • चिड़चिड़ाहट
  • इरेक्शन (स्तम्भन) में समस्या


3. कम टेस्टोस्टेरोन के कुछ कारण:

  • उम्र के साथ
  • टेस्टिकल्स की चोट या इन्फेक्शन
  • जेनेटिक कंडीशंस
  • गंभीर बीमारी


4. उपचार और बचाव:

  • स्वस्थ जीवनशैली
  • व्यायाम
  • खुश रहना

टेस्टोस्टेरोन की जांच कैसे होती है?
 

टेस्टोस्टेरोन की जांच करने के लिए सीरम टेस्टोस्टेरोन टेस्ट का उपयोग किया जाता है। इस टेस्ट में आपके खून में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा को मापा जाता है। यह मात्रा नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर (ng/dL) की माप ईकाई से होती है।
इस जांच के नतीजे आपको आपके टेस्टोस्टेरोन के स्तर के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे ।

टेस्टोस्टेरोन की कमी के लिए होम्योपैथिक उपचार 


होम्योपैथी एक विशेष प्रकार की चिकित्सा प्रणाली है जो विकसित हुई है। इसका मूल सिद्धांत “लाइक क्योर लाइक” है, जिसका अर्थ है कि जो पदार्थ बड़ी मात्रा में दिए जाने पर रोग उत्पन्न करता है, वही पदार्थ उस रोग को ठीक कर सकता है जब इसे कम मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है।होम्योपैथिक उपचार में विभिन्न प्राकृतिक पदार्थों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि पौधों और जानवरों के अर्क और खनिज। ये दवाएँ शरीर की स्वाभाविक जीवन शक्ति को उत्तेजित करने में मदद कर सकती हैं।होम्योपैथिक दवाएं टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं। यहां कुछ होम्योपैथिक दवाएं हैं जो टेस्टोस्टेरोन की मात्रा को बढ़ाने में सहायक हो सकती हैं:

टेस्टिस सिक्काती 3 एक्स: यदि आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी है और शुक्राणु की संख्या कम हो रही है, तो यह दवा उपयोगी हो सकती है। इसका सेवन करने से वृषण की कोशिकाओं में शुक्राणु की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है। आप इसे दिन में तीन बार चूसकर ले सकते हैं।अगर शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी है और लगातार शुक्राणु की संख्या कम हो रही है, तो टेस्टिस सिक्काती 3 एक्स दवा का इस्तेमाल करना लाभकारी हो सकता है।
एवेना सैटिवा: यह दवा टेस्टोस्टेरोन की कमी को पूरा करने में उपयोगी हो सकती है।

एस्ट्रोजन क्या है?  लक्षण ,जांच कैसे होती है?  होम्योपैथिक उपचार

एस्ट्रोजन एक महत्वपूर्ण हार्मोन है जो महिलाओं के शारीरिक और यौन विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चलिए, इसके बारे में और जानकारी प्राप्त करें:

एस्ट्रोजन क्या है?

एस्ट्रोजन एक सेक्स हार्मोन है जो महिलाओं में प्रजनन और यौन विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसे महिला सेक्स हार्मोन भी कहा जाता है।


एस्ट्रोजन के तीन प्रमुख प्रकार होते हैं:

  • एस्ट्रोन (Estrone),
  • एस्ट्रिऑल (Estriol),
  • एस्ट्राडियोल (Estradiol)

यह हार्मोन महिलाओं के अंडाशय द्वारा कोलेस्ट्रॉल से निर्मित होता है और रक्त के माध्यम से शरीर के अन्य अंगों और ऊतकों तक पहुंचता है।


एस्ट्रोजन की कमी के लक्षण:

एस्ट्रोजन की कमी होने पर निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:

  • अनियमित मासिक धर्म (पीरियड्स)
  • तनाव और डिप्रेशन
  • बालों का झड़ना
  • वजन बढ़ना
  • स्तनों के साइज में बदलाव
  • थकान और कमजोरी

एस्ट्रोजन की जांच:

एस्ट्रोजन की जांच के लिए डॉक्टर रक्त परीक्षण और डीएनए परीक्षण कर सकते हैं।


होम्योपैथिक उपचार:

होम्योपैथिक उपचार के लिए आपको एक प्रमाणित होम्योपैथिक डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। वे आपके लक्षणों और स्थिति के आधार पर उपयुक्त उपचार 

एस्ट्रोजन की अधिकता से होने वाली समस्याएं

एस्ट्रोज़न, महिलाओं के शारीरिक और यौन विकास में महत्वपूर्ण होने वाला हार्मोन है। यह उनके मासिक चक्र, फर्टिलिटी, और अन्य शारीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है। लेकिन एस्ट्रोज़न की अधिकता से कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं:

  • अनियमित मासिक धर्म (पीरियड्स): अधिक एस्ट्रोज़न के कारण मासिक धर्म अनियमित हो सकता है।
  • थकान और तनाव: अधिक एस्ट्रोज़न स्तर से थकान और तनाव बढ़ सकता है।
  • वजन बढ़ना: अधिक एस्ट्रोज़न के साथ वजन बढ़ सकता है।
  • स्तनों के साइज में बदलाव: अधिक एस्ट्रोज़न स्तर से स्तनों का साइज बढ़ सकता है।

कौन-कौन सी परीक्षा करें?

टेस्टोस्टेरोन की स्तर को मापने के लिए विभिन्न परीक्षाएं की जा सकती हैं। यह जानने में मदद करता है कि आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कैसा है और क्या आपको किसी यौन समस्या की आशंका है। निम्नलिखित परीक्षाएं हैं:

  • सीरम टेस्टोस्टेरोन परीक्षण: यह रक्त में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को मापता है। यह पुरुषों में स्तंभन दोष, कम सेक्स ड्राइव, या साथी को गर्भवती करने में असमर्थता के लिए किया जाता है। यह भी यौन समस्याओं की पहचान करने में मदद कर सकता है।
  • एफएसएच (फॉलिकल स्टिमुलेटिंग हार्मोन) परीक्षण: यह पुरुषों और महिलाओं दोनों में प्रजनन समस्याओं का आकलन करने में मदद करता है। 

एस्ट्रोज़न की अधिकता से होने वाली समस्याओं का होम्योपैथिक उपाय

एस्ट्रोज़न की अधिकता से होने वाली समस्याएँ आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। यहां कुछ होम्योपैथिक उपाय हैं जो एस्ट्रोज़न की अधिकता को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं:

Pulsatilla: यदि आपको अधिक एस्ट्रोज़न के कारण मासिक धर्म में अनियमितता हो रही है, तो Pulsatilla दवा उपयोगी हो सकती है। यह दवा अधिक एस्ट्रोज़न के प्रभाव को संतुलित करने में मदद कर सकती है।
Sepia: यदि आपको अधिक एस्ट्रोज़न के कारण थकान और तनाव हो रहा है, तो Sepia दवा उपयोगी हो सकती है।
Lachesis: यदि आपको अधिक एस्ट्रोज़न के कारण वजन बढ़ रहा है, तो Lachesis दवा उपयोगी हो सकती है।


कृपया ध्यान दें कि होम्योपैथिक उपचार के लिए आपको एक प्रमाणित होम्योपैथिक डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। वे आपके लक्षणों और स्थिति के आधार पर उपयुक्त उपचार सुझा सकते हैं।

@Dr.Rajneesh Jain Mob. 9950678788

 

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